रायपुर। अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्र ने बीमारियां ठीक करने का दावा करने वाले बाबा पर कार्यवाही करने का अनुरोध प्रशासन से किया है।
उन्होंने बताया कि रायपुर से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्रों में एक विज्ञापन प्रकाशित हुआ है जिसमें दिल्ली के एक तथाकथित बाबा कुमार स्वामी के द्वारा दुख /रोग निवारण शिविर समागम आयोजित करने का समाचार है। साथ ही इस विज्ञापन में दुनिया भर के राजनेताओं के साथ खिंचाई गयी अनेक फ़ोटो डाली गई है। यहां तक तो फिर भी ठीक है कि कोई व्यक्ति अपनी उपलब्धियों को विज्ञापन के रूप में प्रकाशित कर आम लोगों पर अपना रुतबा जमाना चाह रहा है। पर साथ ही जब वह व्यक्ति अपनी शक्ति का बखान करते हुए विभिन्न गंभीर बीमारियों के ठीक करने की बात प्रचारित करता है, कैंसर, ट्यूमर, ब्रेन हेमरेज, पैरालिसिस, हार्ट के ब्लॉकेज, कोमा में पड़े मरीज को ठीक करने का दावा करे तो यह गलत है।
डा. मिश्र के अनुसार बाबाओं द्वारा ऐसी घटनाएं प्रकाशित हैं जो भ्रामक हैं और लोगों को किसी भी धार्मिक, आध्यात्मिक कार्यक्रम में प्रलोभन देकर लाने के लिए जान बूझ कर डाली गयी हैं। लोगों में विश्वास जमाने के लिये राजनेताओ, फ़िल्म कलाकारों की भी फ़ोटो का चालाकी पूर्वक उपयोग कर लिया गया है। जबकि भारत के चमत्कारिक दवा एवं उपचार अधिनियम 1954 के अनुसार बीमारियों के इस प्रकार चमत्कारिक उपचार का दावा करना और उसका प्रचार करना गैरकानूनी है और इस हेतु दंड का प्रावधान है। दिल्ली में प्रति वर्ष हजारों लोग डेंगू,मलेरिया जैसी बीमारियों से, प्रदूषण, दुर्घटनाओं से मृत्यु के शिकार हो रहे हैं तब कोई ऐसा बाबा सामने नहीं आता। देश के विभिन्न अस्पतालों में प्रतिदिन लाखों मरीज उपचार के लिए आते हैं वहां ऐसे बाबा कदम नहीं धरते कि मरीज़ों का तुरंत उपचार हो सके। हजारों लोगों की भीड़ जमा कर मजमा लगाने और बीमारी ठीक होने की बात नौटंकी के अलावा क्या है। कुछ दिनों पहले सरगुजा में एक कम्बल वाला बाबा भी इसी प्रकार के दावे करता फिर रहा था जिसे सफलतापूर्वक रोका गया। ऐसे शिविरों और समागम के नाम पर चंगाई सभा करने से अच्छे मेगा स्वास्थ्य शिविर होते हैं जो शासन और सामाजिक संस्थाओं के द्वारा लगाये जाते हैं और देश विदेश केविभिन्न विशेषज्ञों को बुला कर जरूरत मंद मरीजो का उपचार कराया जाता है। एक ओर केंद्र सरकार ने अपने बजट में नए मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की है, पांच लाख नए स्वास्थ्य केंद्र खोलने, और मरीजो के उपचार के लिए नेशनल हेल्थ प्रोटेक्शन स्कीम लागू की है वहीं छत्तीसगढ़ में सबके निशुल्क इलाज की योजना संचालित होने की भी बात है। ऐसे में कोई बाबा अद्भुत शक्ति से दुख, बीमारी निवारण की बात प्रचारित करता है तो वह विश्वसनीय नहीं लगता।। सोचने की बात है यदि इस प्रकार एक साथ हजारों लोगो को बीमारियों से मुक्ति दिलाना संभव होता तो सरकारों को मेडिकल कॉलेज ,स्वास्थ्य केंद्र ,मेडिकल प्रोटेक्शन स्कीम और स्मार्ट कार्ड जैसी आवश्यकता क्यों पड़ती। इस कुमार स्वामी के ऐसे कारनामों के खिलाफ उत्तर प्रदेश में पुलिस में रिपोर्ट भी हो चुकी है,और इंटरनेट में भी कुछ वेबसाइट में जानकारियां उपलब्ध हैं । प्रशासन को संज्ञान लेकर कार्यवाही करनी चाहिये।
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December 12, 2024