महानदी न्यूज़ डेस्क.
रायपुर। लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान कई दिग्गज नेताओं के ऐसे बयान सामने आ रहे हैं जिन्हें लेकर विरोधी दल वाले चुनाव आयोग और पुलिस थाने तक शिकायत कर रहे हैं।
भोजराज नाग
ऐसा ही एक बयान कांकेर लोकसभा क्षेत्र के भाजपा के प्रत्याशी भोजराज नाग का सामने आया है। उन्होंने दल्ली राजहरा में एक आमसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वे समस्याओं को तंत्र मंत्र और नींबू काटकर दूर कर देंगे। जिस समय वे यह बात कह रहे थे उस समय सभा के मंच पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी मौजूद थे। कांग्रेस ने उनके इस बयान की शिकायत मुख्य निर्वाचन आयुक्त से करते हुए कार्रवाई की मांग की है।
इस संबंध में सौंपे गए ज्ञापन में पार्टी ने कहा है कि सम्पूर्ण भारत में आचार संहिता लागू है। ऐसी स्थिति में कांकेर लोकसभा के भाजपा प्रत्याशी भोजराज नाग बालोद जिले के डौंडीलोहारा क्षेत्र में चुनावी सभा के दौरान अपने लोकसभा क्षेत्र में तंत्र-मंत्र और नींबू काट कर गांव की जन-समस्याओ को दूर करने का प्रलोभन मतदाताओ को दे रहे हैं। इस प्रकार भाजपा प्रत्याशी आम मतदाताओ को गुमराह कर अंधविश्वास भरा प्रलोभन दे कर उनको छल पूर्वक प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। इससे निर्वाचन प्रक्रिया की शुचिता दूषित होने की संभावनाओं से इंकार नही किया जा सकता है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की उपस्थिति में चुनावी सभा में इस प्रकार का कृत्य न केवल आचार संहिता का उल्लंघन है, बल्कि औषधि और जादुई उपचार आपत्तिजनक विज्ञापन अधिनियम 1954 और आईपीसी के तहत भी अपराध की श्रेणी में आता है। कांग्रेस विधि विभाग प्रदेश अध्यक्ष देवा देवांगन, कांग्रेस चिकित्सा प्रकोष्ठ के डॉ. राकेश गुप्ता, प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा, अंकित कुमार मिश्रा, एम. नईम, मनोज कुमार सोनकर आदि ने उक्त ज्ञापन सौंपकर भोजराज नाग के विरूद्ध तत्काल कार्यवाही की मांग की है।
कवासी लखमा
एक बयान बस्तर से कांग्रेस के प्रत्याशी कवासी लखमा का आया है जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मरने की बात कही है। लखमा का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वे गोंडी में कहते दिख रहे हैं कि कवासी लखमा जीतोर, नरेंद्र मोदी ढोलतोर। मतलब कवासी लखमा जीतेगा और नरेंद्र मोदी मरेगा। भारतीय जनता पार्टी ने इसके खिलाफ चुनाव आयोग से भी शिकायत की है और थानों में एफआईआर भी दर्ज करवाई है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने गरियाबंद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए लखमा के इस बयान पर कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेसियों को हार दिखने लगी है। इससे उनका दिमागी संतुलन बिगड़ गया है। ये सब पागल हो गए है।
भाजपा ने कवासी लखमा की उम्मीदवारी रद्द कर अपराध दर्ज करने तथा चुनाव प्रचार पर रोक लगाने की मांग की है। पार्टी के महामंत्री संजय श्रीवास्तव, विधायक मोतीलाल साहू, मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी व अन्य नेताओं ने निर्वाचन आयोग कार्यालय में पहुंचकर शिकायत की कि लखमा ने प्रधानमंत्री के लिए अनुचित भाषा का प्रयोग किया है तथा बीजापुर के कुटरू में नौ अप्रैल को पुलिस के खिलाफ ग्रामीणों को भड़काने वाला बयान दिया है।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि लखमा चुनाव प्रचार में भड़काऊ व विवादित बयान देकर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं। उनके खिलाफ बार-बार शिकायतों के बाद भी कोई सार्थक कार्रवाई नहीं हो रही है। पूर्व में भी कवासी लखमा ने धार्मिक आयोजन के दौरान खुलेआम पैसा बांटा। इसकी शिकायत भी की गई है। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि कांग्रेस प्रदेश का माहौल खराब कर रही है। लखमा के ऐसे बयान जारी रहे तो कोई अप्रिय घटना होने की संभावना है। उनके विरुद्ध अपराध दर्ज किया जाना आवश्यक है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण देव ने इस बारे में कहा है कि कवासी लखमा गंभीर और निर्वाचित प्रतिनिधि होने के बावजूद भी गैर जिम्मेदाराना व्यवहार कर रहे हैं। देश के प्रधानमंत्री के खिलाफ इस तरह की अपराधिक भाषा का इस्तेमाल करना पूरी तरह से गलत है और इसके खिलाफ पार्टी ने चुनाव आयोग को भी शिकायत की है। इस मामले में एफआईआर दर्ज करवाई जा रही है। जगदलपुर में ही दो एफआईआर दर्ज करवाई गई है।
चरणदास महंत
2 अप्रैल को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नामांकन रैली के दौरान जनसभा में चरण दास महंत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ लाठी पकड़ने वाला, सिर फोड़ने वाला आदमी चाहिए। और ये आदमी भूपेश बघेल हो सकते हैं, देवेंद्र यादव हो सकते हैं। इन्हें जिताकर दिल्ली भेजिए। महंत ने उद्योगपति नवीन जिंदल को लेकर कहा कि जिंदल ने रायगढ़ क्षेत्र को बर्बाद कर दिया है। छत्तीसगढ़ की ऐसी-तैसी कर दी। ऐसे लोगों को जूते से मारना चाहिए। ऐसे लोगों को पार्टी में कभी नहीं लेना है। इसके बाद सक्ती जिले के कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी पिछले 10 साल से कोई भी गारंटी पूरी नहीं कर पाए हैं। लोगों को रोजगार हो या 15 लाख रुपये । ऐसे लोगों को छत्तीसगढ़ की जनता डिफाल्टर मानती है। इसलिए हम डिफॉल्टर के बारे में बात नहीं करते।
महंत के खिलाफ केन्द्रीय निर्वाचन आयोग ने कार्रवाई का आदेश दिया है। जिसके बाद राजनांदगांव सिटी पुलिस ने धारा 506 के तहत केस दर्ज कर लिया है।
महंत के बयान का खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया है। बस्तर में चुनाव प्रचार के लिए आए मोदी ने विजय संकल्प शंखनाद रैली में कहा कि मोदी गरीब का बेटा है, सिर ऊंचा करके चलता है। इनकी धमकियों से डरने वाला नहीं है।
बयान विवादित होने के बाद चरणदास महंत ने सफाई दी। उन्होंने कहा-
मैं विशुद्ध रूप से छत्तीसगढिया संस्कृति में रचा-बसा हूं. छत्तीसगढ़ की भाषाशैली का उपयोग करते समय बीच-बीच में लक्षणा-व्यंजना में आने वाले शब्दों के साथ बात करता हूं. जो लोग छत्तीसगढ़ की रीति-नीति, भाषा संस्कृति को नहीं समझते, ऐसे मीडिया प्रतिनिधियों के द्वारा मेरे बयान को गलत ढंग से प्रस्तुत किया जा रहा है. मुझे प्रधानमंत्री के पद, संसदीय परंपरा और गरिमा का पूरा ज्ञान है. मैं स्वयं 4 बार सांसद, 5 बार विधायक रहा और स्पीकर के साथ-साथ नेता प्रतिपक्ष होने के नाते संवैधानिक गरिमा का भी ख्याल है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कईयों बार व्यक्तिगत मुलाकातें हुई हैं और वे मुझे भी व्यक्तिगत तौर पर जानते हैं. जब नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे और मैं भारत सरकार में केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री था, तो उनके ही प्रदेश गुजरात के आणंद में आयोजित कार्यक्रम में काफी आत्मीयता से मुलाकात हुई. ऐसे व्यक्ति जो केवल भाजपा के नहीं बल्कि हर दल के लिए प्रधानमंत्री हैं, उन पर गलत टिप्पणी तो करने का सवाल ही नहीं उठता. मेरी बातों का अर्थ वैसा नहीं था, जैसा निकाला जा रहा है. फिर भी यदि किसी को बुरा लगा हो तो मैं खेद प्रकट करता हूं.
राजनांदगांव लोकसभा से प्रत्याशी भूपेश बघेल ने महंत के विवादास्पद बयान पर कहा कि उनका आशय घमंड तोड़ने से था। भाजपा के नेता छत्तीसगढ़ी भाषा-संस्कृति को नहीं समझते।
दूसरी ओर महंत के बयान पर भाजपा आक्रामक है। महासमुंद जिला भाजपा कार्यालय में प्रेसवार्ता में उपमुख्यमंत्री अरूण साव ने कहा कि कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी अकारण नहीं है, यह गहरी साजिश की ओर संकेत कर रही हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नक्सलियों की भाषा बोल रही है।
भाजपा का पोस्ट
भाजपा ने सोशल मीडिया एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें कहा जा रहा है कि वो कहावत है, न कि कुत्ते की पूंछ कभी सीधी नहीं हो सकती, कुछ इसी तरह के हालत कांग्रेसी खेमे के भी हैं। लोगों ने इन्हें विधायक, मंत्री और सांसद तो बना दिया, लेकिन ये लोग सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। कांग्रेस प्रदेश संचार के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने इस पर कहा है कि यह भारतीय जनता पार्टी का चरित्र है। उनका ही संस्कार है। एक तरफ तो दुहाई दे रहे हैं कि हमारे नेताओं के बारे में कांग्रेस के लोग टिप्पणी कर रहे हैं, दूसरी तरफ इस प्रकार के आपत्तिजनक बयान जारी करते हैं।
कांग्रेस की भाषा नक्सलियों जैसी
जगदलपुर के भाजपा कार्यालय में हुई पत्रवार्ता मेंवनमंत्री केदार कश्यप ने कहा है कि पिछले कुछ दिनों से कांग्रेसी नेताओं के ऐसे बयान आ रहे हैं, जो किसी गंभीर साजिश की ओर इशारा कर रहे हैं। संदेह है कि कांग्रेस द्वारा रची जा रही गहरी साजिश इनके नेताओं की जुबान पर बार-बार आ रही है। आखिर ऐसा क्या मामला है कि कांग्रेस के बयान पाकिस्तानी, खालिस्तानी और नक्सलियों जैसे हो रहे हैं। सभी एक ही भाषा बोल रहे हैं। बस्तर लोकसभा के कांग्रेस प्रत्याशी कवासी लखमा का लखमा जीतेगा वाला बयान नाहक दिया गया बयान नहीं है पीएम मोदी के पंजाब प्रवास के दौरान उन्हें मारने की साजिश की गई। खालिस्तानियों द्वारा मोदी को मारने के नारे लगाए जाते रहे हैं। हाल में एक रिपोर्ट के मुताबिक नक्सली कांग्रेस को वोट देने लोगों को डरा-धमका रहे हैं। लोकतांत्रिक तरीके से बुरी तरह हार चुकी कांग्रेस अब बौखलाहट में किसी भी हद तक जा सकती है। सभी को इससे सावधान रहने की जरूरत है।