आज भाजपा जिला कार्यालय में भाजपा प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कहा जब-जब भ्रष्टाचार पर संलिप्त लोगों पर केंद्रीय जाँच एजेंसियों ने कार्रवाई की है, भूपेश बघेल और कांग्रेस को इससे बेहद दर्द होने लगता है क्योंकि भ्रष्टाचार के इन मामलों में उनकी कहीं-न-कहीं संलिप्तता है।
अब तक कांग्रेस के सत्ताधीशों और नेताओं ने उन लोगों की गिरफ्तारी पर खूब शोर मचाया, जिन लोगों ने जनता का धन लूटा, जनता का हक मारा, छत्तीसगढ़ की सम्पदा लूटी। ऐसे लोगों की गिरफ्तारी पर चिल्लाहट मचाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तो इन आरोपियों को निर्दोष बताकर क्लीन चिट तक दे दी थी।
भूपेश सरकार के खिलाफ जितने भी मामले हैं, उनमें किसी भी आरोपित को जमानत तक सुप्रीम कोर्ट से भी नहीं मिल पा रही है। इन मामलों का ‘पॉलिटिकल मास्टर’ कौन है, अब यह सबको पता चल गया है।
भूपेश बघेल प्रदेश को बताएँ कि क्या कारण है कि बड़े-बड़े वकीलों की भारी भरकम फौज, जिसने आतंकवादियों को बचाने के लिए उन मामलों में देर रात तक कोर्ट तक खुलवा ली, पूर्व मुख्यमंत्री की तत्कालीन उपसचिव सौम्या चौरसिया की जमानत तक नहीं करा पा रही है। उल्टे, अब तो जमानत मांगने पर इनके लोगों पर मा.कोर्ट जुर्माना तक ठोक रहा है। हाल ही में सौम्या चौरसिया की जमानत याचिका पर एक लाख का जुर्माना मा.कोर्ट ने लगाया है।
भूपेश बघेल प्रदेश को यह भी इस बात का भी जवाब दें कि भूपेश सरकार के एक प्रमुख अधिकारी समीर विश्नोई के पास से सोना, नगदी और अचल सम्पत्ति बरामद हुई थी, वह सब किसकी थी? पिछले डेढ़ वर्ष से जेल की सलाखों के पीछे बैठे समीर विश्नोई की जमानत बघेल जी क्यों नहीं करा पाए?
भूपेश बघेल के कई साथी ज्योत्स्ना महंत, जयसिंह अग्रवाल और मोहन मरकाम आदि ने तो अनेक मौकों पर यह कहा है कि कांग्रेस की प्रदेश सरकार में भ्रष्टाचार हुआ है।
कांग्रेस के महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला ने कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस शासनकाल में हुए भ्रष्टाचार के कई राज खोले हैं और कांग्रेस की सरकार को ‘गोबर चोर’ तक बताया है। इतना ही नहीं, पूर्व प्रभारी महामंत्री अरुण सिसौदिया ने तो भूपेश बघेल और उनके सलाहकार पर कांग्रेस पार्टी फंड के 5.89 करोड़ रुपए का गबन करने तक का आरोप लगाया।
इस तरह सरकार से लेकर संगठन तक भ्रष्टाचार करके खुली लूट मचाने वाले लोग भाजपा के सवालों का जवाब दे।
प्रेस ब्रीफ में भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी मौजूद रहे।
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