रायपुर। अग्रसेन महाविद्यालय में पत्रकारिता विभाग द्वारा आज फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. इसमें पत्रकारिता के विद्यार्थियों ने रायपुर सहित अन्य स्थानों की विशेषताओं के साथ ही दैनिक जीवन के विभिन्न पहलुओं को फोटो के माध्यम से प्रदर्शित करने का प्रयास किया.
इस आयोजन में प्रमुख वक्ता के रूप में राजधानी के जाने-माने फोटोग्राफर गोकुल सोनी और विनय शर्मा आमंत्रित थे. अपने संबोधन में गोकुल सोनी ने कहा कि एक अच्छा फोटोग्राफर किसी सामान्य स्थिति में भी बेहतरीन फोटो बना सकता है, क्योंकि उसे सामान्य स्थिति में विशेष दृष्टिकोण (एंगल) की समझ होती है. इसी तरह एक श्रेष्ठ फोटोग्राफर चाहे तो अपने फोटो खींचने के तरीके से किसी सामान्य घटना को बड़ा और विशेष दिखा सकता है. इसी तरह किसी विशेष और बड़ी घटना को भी छोटा और सामान्य दिखा सकता है.
फोटोग्राफर विनय शर्मा ने कहा कि फोटो खींचने में पहले बहुत तरह की चुनौतियां आती थीं. अब तो फोटो खींचने की पूरी प्रक्रिया डिजिटल हो जाने से रील खराब होने की समस्या नहीं रह गई है. उन्होंने कहा कि किसी फोटो को यादगार बनाने के लिए फोटोग्राफर को उस विषय की समझ भी होना जरूरी है. वरना वह किसी घटना के महत्व या गरिमा के अनुसार क्लोज अप या वाइड एंगल फोटो नहीं ले पाएगा. इसके लिए फोटोग्राफर को विषय की गहरी समझ और अंतर्दृष्टि होना आवश्यक है.
गौरतलब है कि गोकुल सोनी और विनय शर्मा पिछले चालीस वर्षों से मीडिया में कार्य करते रहे हैं और उन्हें न्यूज फोटोग्राफी के लिए अनेक सम्मान भी मिल चुके हैं.
इससे पहले स्वागत उद्बोधन में महाराजाधिराज अग्रसेन शिक्षण समिति के अध्यक्ष तथा महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ. वी.के. अग्रवाल ने कहा कि समाज में मीडिया की भूमिका हमेशा से ही महत्वपूर्ण रही है और फोटोग्राफी इसका सबसे प्रमुख भाग है. क्योंकि इसी से खबर की विश्वसनीयता प्रमाणित होती है. महाराजाधिराज अग्रसेन शिक्षण समिति के सचिव एवं महाविद्यालय के एडमिनिस्ट्रेटर डॉ. अमित अग्रवाल ने आमंत्रित वक्ताओं को उनके सारगर्भित विचारों के लिए साधुवाद दिया और आशा व्यक्ति की कि भविष्य में भी उनके अनुभव का लाभ विद्यार्थियों को मिलता रहेगा. प्राचार्य डॉ युलेन्द्र कुमार राजपूत ने कहा कि समय के साथ मीडिया का विस्तार होता जा रहा है. इसमें फोटोग्राफी एक महत्वपूर्ण विधा है. क्योंकि वह घटना का दृश्य हमें दिखाती है.
कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन करते हुए पत्रकारिता संकाय की विभागाध्यक्ष डॉ आकांक्षा दुबे ने कहा कि समय के साथ फोटोग्राफी में भी बदलाव हो रहे हैं, लेकिन अनुभव का आज भी कोई विकल्प नहीं है. कार्यक्रम का संचालन पत्रकारिता संकाय के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. विभाष कुमार झा तथा संयोजन प्रो. हेमंत सहगल ने किया. इस अवसर पर विद्यार्थियों ने दोनों अतिथियों से सवाल भी किये, जिनका दोनों महानुभावों ने पूरी गंभीरता से जवाब दिया. इसमें पत्रकारिता विभाग के समस्त प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों ने अपनी सक्रिय भागीदारी निभाई.